Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    citynews

    राजस्थान में 16 RAS बने IAS:सीएम के संयुक्त सचिव, दीया कुमारी के एसए का प्रमोशन, जल्द आ सकती है ट्रांसफर लिस्ट

    5 days ago

    सीएम भजनलाल शर्मा के संयुक्त सचिव और डिप्टी सीएम दीया कुमारी के एसए सहित राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के 16 अफसरों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में प्रमोट किया गया है। इससे राजस्थान को 16 और आईएएस मिल गए हैं। केंद्रीय कार्मिक प्रशिक्षण विभाग (DOPT) ने 16 आरएएस को आईएएस में प्रमोट करने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब डीओपीटी इन अफसरों को कैडर अलॉट करेगा। केंद्र से अधिसूचना जारी होने के बाद कार्मिक विभाग इन अफसरों के नाम आरएएस से हटाकर आईएएस की सिविल लिस्ट में अपडेट करेगा। पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में इन 16 अफसरों के नामों पर मुहर लगी थी। इन सभी 16 अफसरों को 2024 की वैकेंसी में आईएएस के पद पर प्रमोट किया गया है। ये 16 अफसर बने आरएएस से आईएएस नवनीत कुमार, सुखवीर सैनी, हरफूल सिंह यादव, राजेश वर्मा, सुरेश चंद्र, महेंद्र कुमार खींची, अजीत सिंह राजावत, अवधेश सिंह, राकेश शर्मा, जगवीर सिंह, ब्रजेश कुमार चंदौलिया, डॉ हरसहाय मीणा, जुगल किशोर मीणा, राकेश राजोरिया, ललित कुमार और डॉ. शिव प्रसाद सिंह। इन अफसरों का हुआ प्रमोशन... फिलहाल मौजूदा पदों पर काम करेंगे आईएएस अफसर आरएएस से आईएएस बने अफसर फिलहाल मौजूदा पदों पर ही काम करेंगे। फिलहाल इन्हें कैडर का साल अलॉट होगा, इसके बाद राज्य का कार्मिक विभाग आदेश जारी करेगा। इसके बाद इन्हें नई पोस्टिंग देनी होगी, ऐसे में आईएएस अफसरों की जल्द एक और तबादला सूची आएगी। राजस्थान में नियमानुसार होने चाहिए 373 IAS, अभी कैडर 332 का बता दें कि राजस्थान IAS अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है। राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां कैडर रिव्यू के दौरान पद बढ़ने की बजाय कम किए गए थे। पिछले 40 सालों में हुए कैडर रिव्यू पर नजर डालें तो ये बेहद कम नजर आता है। IAS कैडर रूल्स के अनुसार, हर पांच साल में राज्यों में कैडर रिव्यू होना चाहिए। प्रदेश का कैडर औसतन 5 प्रतिशत के हिसाब से भी नहीं बढ़ा है। साल 1991 से 2010 तक (20 साल में) कैडर बढ़ाने की बजाय कम हुआ। अगर कैडर रिव्यू का हर पांच साल में 5 प्रतिशत बढ़ोतरी का फॉर्मूला पूरी तरह से लागू किया जाता तो आज राजस्थान में IAS अफसरों का कैडर 373 हो जाता, लेकिन अभी यह कैडर 332 अफसरों का है। ऐसे में 16 आरएएस के आईएएस बनने के बाद राजस्थान को प्रशासनिक स्तर पर राहत मिलने की संभावना है। ............................... आईएएस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... पंजाब-हरियाणा से भी कम IAS संभाल रहे राजस्थान:जितने मिल रहे उससे दोगुने हो रहे रिटायर, 50 से ज्यादा अफसरों के पास 3-3 विभाग राजस्थान अब 41 जिलों वाला प्रदेश बन चुका है। बावजूद इसके प्रशासनिक ढांचा चलाने वाले IAS अधिकारियों की संख्या बढ़ने की बजाय घटती जा रही है। केंद्र से प्रदेश को हर साल 6 से 7 IAS मिल रहे हैं, जबकि रिटायर होने वाले अधिकारियों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा है। पूरी खबर पढ़िए
    Click here to Read more
    Prev Article
    महात्मा गांधी स्कूलों में टीचर्स की बंपर पोस्टिंग:सामान्य टीचर, सब्जेक्ट टीचर, लेक्चरर और प्रिंसिपल के 11 हजार 576 टीचर्स को मिली पोस्टिंग
    Next Article
    पूर्व राजपरिवार सदस्य बोले-पटवारघर से पत्थरगढ़ी की एप्लीकेशन गायब:'पुश्तैनी जमीन पर स्कूल का कब्जा, अफसरों के बच्चे पढ़ते हैं, इसलिए मिलीभगत'

    Related Rajasthan Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment